School की marketing कैसे करे? स्कूल मार्केटिंग के तरीके हिंदी में


School ki marketing kaise kare? स्कूल आज के समय में खोलना आसान हो गया है और स्कूल एक अच्छा बिजनेस भी बन गया है, यदि आप एजुकेशन के क्षेत्र के व्यक्ति है तो। लेकिन स्कूल को सफल बनाने में मार्केटिंग का एक अहम योगदान है,  जब तक स्कूल की मार्केट सही तरीके से नहीं किया जाती है, तब तक छात्र और छात्र के माता-पिता स्कूल के बारे में नहीं जान पाते हैं। नहीं जान पाते हैं कि आपके स्कूल में क्या फैसिलिटी मिल रहा है, स्कूल कितना बेहतर है, स्कूल के कितना फीस है, स्कूल के जो टीचर हैं वह कितना जानकारी रखने वाले है, आदि। 

school ki marketing kaise kare
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आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपके स्कूल की मार्केटिंग करने का नया और पुराना तरीका दोनों बतांएगे। साथ में ही हम स्कूल की डिजिटल मार्केटिंग और फिजिकल मार्केटिंग दोनों ही बताने की कोशिश करेंगे। तो चलिए बिना किसी देरी के इस ब्लॉग पोस्ट को शुरु करते है। 

अपने स्कूल को खास बनाने की कोशिश करें

अगर अच्छे तरीके से मार्केटिंग करना है और अपने स्कूल को एक सफल बिजनेस में बदलना है तो आपको अपने स्कूल में कुछ खास करना होगा। दूसरे शब्दों में कहे तो अपने स्कूल को खास बनाना होगा। आप अपने स्कूल में कुछ ऐसा खास करें जो की कोई और स्कूल भी नहीं कर रहा है।

इसके लिए आपको थोड़ा सा सोचना पड़ेगा। हम आपके यहां बता दे की स्कूल में फीस कम कर देना, एडमिशन फीस न लेना, एक खास तरीका नहीं होता है बल्कि आप एक्सपीरियंस को बेहतर कर सकते हैं, या कुछ और बेहतर बना सकते हैं जिसकी छात्र और छात्र के माता-पिता को चाहत होती है। 

जिस स्कूल में मैंने पढ़ाई किया है, उस स्कूल की खाश बात यह है कि वह छात्र के माता-पिता को अच्छा एक्सपेरिस देते है जब वह स्कूल पर जाते है। वह छात्र के माता-पिता को बैठने के लिए अच्छा जगह देते है, पिने के लिए पानी लेकर देते है, कुछ खाने के लिए भी ऑफर करते है, साथ में बैठे बैठे सब काम कर देते है इस जगह से जगह नहीं जाना होता है। यह एक्सपीरियंस माता-पिता के लिए बिलकुल भी खाश होता है। 

स्कूल में कुछ खास करना भी एक मार्केटिंग का ही हिस्सा है, इससे आपका मार्केटिंग वह लोग करेंगे जिनके बच्चे आपके स्कूल में पढ़ा रहे हैं और यह सबसे खास तरह की मार्केटिंग होती है, इससे बहुत ज्यादा अच्छा रिजल्ट मिलता है। 

जो छात्र है उन पर पूरा ध्यान दे 

जो छात्र आपके स्कूल में पढ़ रहे हैं, उनपर भी आपको पूरा ध्यान देना है। उन छात्रों को आप अच्छी शिक्षा दे, अपने स्कूल में अच्छे टीचर को रखे। अगर ऐसा करेंगे तो वह छात्र जो आपके स्कूल में पढ़ रहे है वह खुद ही आपकी मार्केटिंग करेंगे, उनका ज्ञान आपके स्कूल की मार्केटिंग करेगा और उनके माता-पिता भी आपकी हर जगह मार्केटिंग करेंगे। इसके अलावा जो भी छात्र आपके पास अड्मिशन लेंगे वह लम्बे समय तक आपके स्कूल में पढ़ेंगे। 

चुकी इस मार्केटिंग से फायदा आपको तुरंत नजर नहीं आएगा लेकिन लम्बे समय में आपको इसका जरूर फायदा दिखेगा। जैसे मैं आपको अपना experience बताता हु, मैंने gyandeep english school में पढ़ाई किया है लेकिन मैं आज तक उस स्कूल की तारीफ करता हु, इस स्कूल से पहले भी मैंने कई और स्कूल में पढ़ाई किया था लेकिन उन्होंने मुझे उस तरीके से नहीं पढ़ाया जिस तरीके से मुझे gyandeep english school में माहौल मिला। 

तो अब आपको समझ में आ गया होगा कि आपको अपने छात्रों पर भी पूरा ध्यान देना है, उन्हें अच्छे से पढ़ाई करवाना है ऐसा करने पर आपका लम्बे समय तक मार्केटिंग होता रहेगा। 

Door-to-door marketing करें 

आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि Door-to-door marketing का मतलब यह होता है कि आप हर एक व्यक्ति के घर पर जाते है और उन्हें अपने स्कूल के बारे में जानकारी देते है। इस तरीके का इस्तेमाल तो हर एक स्कूल करता है लेकिन आपको इसमें थोड़ा सा बदलाव करना होगा जैसे।

आप अपने साथ कुछ खास मांट्रियल रख सकते हैं बांटने के लिए। इसमें से सबसे बढ़िया होता है कैलेंडर जिसको हर कोई स्कूल बाटता  है। कैलेंडर को आप कई दुकानों पर भी दे सकते है जो की अपने दुकान पर लगा देंगे तो आपको ज्यादा फायदा होगा। 

कैलेंडर बांटने के अलावा आप कुछ और भी बाट सकते हैं जैसे की नोटबुक जिस पर कि आपकी स्कूल की ब्रांडिंग हो, आपकी ब्रांडिंग वाला पेन स्टैंड, आदि। इस तरह की मार्केटिंग से फायदा होता है लेकिन इस मार्केटिंग का इस्तेमाल एक सही समय पर ही करना होता है। जब स्कूल में एडमिशन शुरू होने वाला है तो उससे 1 महीना पहले से ही इस मार्केटिंग को करना होता है। 

Data से मार्केटिंग करें 

data marketing kare
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आपने कहीं ना कहीं जरूर यह सुना होगा कि आज के जमाने का नया पैसा डाटा हो गया है। लेकिन क्या आपको यह पता है कि आप इस डाटा को अपने स्कूल की मार्केटिंग के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि आपको नहीं पता तो चलिए हम आपको बताते हैं कि किस तरह से यह डाटा आपको एक अलग तरह से मार्केटिंग करने का अवसर देगा। जिससे आपको बहुत ज्यादा फायदा भी होगा। 

Data से मार्केटिंग करने वाले में आपको सबसे पहले डाटा इकट्ठा करना होगा, डाटा इकट्ठा करने के लिए आप सबसे पहले अपने छात्रों का डाटा एक जगह पर इकट्ठा कर लें जो कि आपके स्कूल में पढ़ रहे हैं। उसके बाद आप हमारे द्वारा Door-to-door marketing तरीके का इस्तेमाल करें जहां से आपको कई लोगों का मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और नाम मिल सकता है। 

अब इन सभी डाटा को आप एक जगह पर इकट्ठा करने और गूगल ऐड, फेसबुक ऐड चलाना शुरू कर दें, आपका ऐड बस उन्हें लोग को दिखेगा जिनका डाटा आपने इन एड्स प्लेटफार्म को दिया है। 

अब आपके मन में सवाल आ सकता है कि जो छात्र आपके पास पढ़ रहे है उनको एड्स क्यों दिखाए तो यहाँ पर आपको हम बता दे कि इस डाटा के मदद से यह एड्स प्लेटफार्म उन्हें भी एड्स दिखाना शुरू कर देगा जिसका डाटा आपके पास नहीं है और वह आपके स्कूल में एडमिशन करवा सकते है। 

आर्गेनिक मार्केटिंग करना ना भूले 

हमने अपने कई ब्लॉग पोस्ट में यह बताया है कि ऑर्गेनिक मार्केटिंग करें। ऑर्गेनिक मार्केटिंग एक इस तरह की मार्केटिंग है जो सभी के लिए फायदेमंद है। इसमें आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है बल्कि नियमित रूप से सोशल मीडिया पर पोस्ट, वीडियो शेयर करते रहना है और आपको ऐसा पोस्ट और वीडियो शेयर करना है जो कि लोगों को पसंद आए, लोग उसको शेयर करें। 

इस काम को करने के लिए आप एक व्यक्ति को नौकरी पर रख ले या फिर किसी मार्केटिंग एजेंसी से आप इस काम को करवाना शुरू कर दे। 

Scholarship एग्जाम करवाए  

यदि आप चाहते हैं कि आपका स्कूल कम समय में ज्यादा प्रसिद्ध हो जाए, लोग आपके स्कूल का नाम जानना शुरू कर दे तो आप आसानी से इस काम को कर सकते हैं। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना होगा बस एक स्कॉलरशिप एग्जाम को आयोजित करना होगा।

इस स्कॉलरशिप एग्जाम से आप अपने एरिया में बहुत तेजी से प्रसिद्ध हो जाएंगे, अगर आप इसको सही तरीके से करते हैं तो। इस मार्केटिंग तरीके को हमने अच्छे तरीके से अपने दूसरे ब्लॉग पोस्ट  जिसका टाइटल है Coaching business की marketing कैसे करे उसमें बताया है। आप वहाँ से इसके बारे में पूरी जानकारी ले सकते है। 

अखबार में अपना पैम्फलेट बटवाए 

इस तरीके का इस्तेमाल करते हुए हर एक बिजनेस नजर आ जाता है जो की अखबार बाटने वाले को कुछ पैसे देता है और अपना पंपलेट दे देता है। इसके बाद वह अखबार बांटने वाला अखबार में टेंप्लेट करके बाँट देता है। इस मार्केटिंग की दो खास बात है पहले की इस मार्केटिंग को करने के लिए आपके पास बहुत ज्यादा पैसा होने की जरूरत नहीं है।

कम पैसे में इस मार्केटिंग को किया जा सकता है। दूसरा यह फायदा होता है कि जो अखबार पढ़ने वाला होता है वह आपके पंपलेट को जरूर ही देखा है क्योंकि जानकारी अखबार में नहीं होता बल्कि अखबार से अलग होता है तो वह जरूर आपके पंपलेट को एक बार दिखेगा। यह तो आप जरूर ही जानते होंगे कि जो दिखता है वही बिकता भी है। 

टीचर किसी छात्र को रेफेर करे तो उनको कमीशन दीजिए  

ऐसा हमने कई स्कूल में देखा है कि जब कोई उस स्कूल का टीचर किसी छात्र का एडमिशन करवाता है तो उसको कमीशन मिलता है। जो टीचर होते है उनका अपना एक सर्किल होता है, उन्हें लोग फॉलो करते है यदि वह किसी को आपके स्कूल में एडमिशन लेने के लिए किसी को कहेंगे तो वह जरूर आपके स्कूल में अपने बच्चे का एडमिशन करवा लेंगे।

लेकिन इस काम के लिए वह टीचर कुछ फायदा जरूर चाहेगा। कुछ तारीफ करने से उस टीचर को कोई फायदा नहीं होगा बल्कि उसको आप कुछ कमीशन देंगे तो वह खुश हो जाएगा और बच्चो को आपके स्कूल में एडमिशन करवाएगा। 

लोकल ऑनलाइन इन्फ्लुएंसर से मार्केटिंग करें

local online influencers se marketing
local online influencers se marketing

हर क्षेत्र में आज के समय में कई online influencers मौजूद है जिनको लोग फॉलो भी करते है। यदि आप चाहे तो इन online influencers से अपने स्कूल की मार्केटिंग करवा सकते है, इससे आपको फायदा होगा।

इसमें आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है सबसे पहले इंस्टाग्राम और फेसबुक पर local online influencers को खोजना है और इन्हे पैसा देकर अपने स्कूल का प्रचार करवाना है। यहाँ पर हम आपको कुछ जरूरी जानकारी भी दे देते है जो बहुत ज्यादा जरुरी है। 

सबसे पहले आप यह चेक कर लीजिए कि जिस online influencers से आप प्रचार करवा रहे है क्या उसके फोल्लोवेर सही है या फेक है। दूसरा आप यह काम करे कि उस online influencer को अपने स्कूल पर बुलाए, स्कूल के वीडियो बनवाए और उसके साथ मार्केटिंग करवाए। ऐसा नहीं की वह online influencer अपने स्टूडियो से बैठ के आपके स्कूल के बारे में बता रहा है।

ऐसा वीडियो अगर बना देगा तो आपको कुछ फायदा नहीं होने वाला है। एक बात का और जरूर ध्यान रखे की स्क्रिप्ट बेहतर होना चाहिए।  

लोकल न्यूज़ चैनल में आने की कोशिश करें

लोकल न्यूज़ चैनल में खुद को फीचर करना भी एक अच्छा मार्केटिंग कदम हो सकता है। इसके लिए आपको कुछ पैसा खर्चा करना होगा और समय। सबसे जरूर इसमें आपको यह है कि आप किसी तरह से फीचर होते है। एक विज्ञापन की तरह या एक न्यूज़ की तरह। न्यूज़ में भी किस तरह का न्यूज़ ऐसा न्यूज़ जिसको हर कोई जरूर पढ़ना चाहे। 

चलिए हम आपको डिटेल में समझा देते है। आपको कुछ स्कूल में प्रोग्राम रखना है जैसे एनुअल फंक्शन, इस प्रोग्राम में कुछ अलग होना चाहिए जिसने कोई सोचा ना हो। अगले कदम में आपको लोकल न्यूज़ रेपोटर से रिपोर्टिंग करवा के उसको न्यूज़ बनवा देना है।

यह न्यूज़ इस तरह का होना चाहिए जिसमे झूठ तो कुछ भी ना हो लेकिन बहुत अजीब होना चाहिए। इसके बाद क्या है आपका वह न्यूज़ वायरल हो जाएगा। हर कोई उसके बारे में बात करना शुरु कर देगा। आपके स्कूल को एक पहचान मिल जाएगा। 

एक जरुरी बात इस तरीके पर आप अच्छे से रिसर्च करके इस्तेमाल करे, इससे फायदा और नुकसान दोनों हो सकता है। 

निष्कर्ष 

तो आज के इस ब्लॉक पोस्ट में हमने आपको बताया कि School ki marketing kaise kare. इसमें हमने जो पॉइंट आपको बताया उसको कम शब्दों में दोबारा बता देते तो वह कुछ इस प्रकार से है। अपनी स्कूल में कुछ खास बदलाव करें, अपने स्कूल में कुछ खास जोड़े, जो छात्र आपके स्कूल में पहले से ही पढ़ रहे हैं, उन पर भी ध्यान दें और उन्हें भी बेहतर करें क्योंकि फिर वह आपकी मार्केटिंग हमेशा करते रहेंगे और उनके माता-पिता भी आपकी मार्केटिंग करेंगे। 

हमने अलग एक मार्केटिंग का तरीका बताया हुआ है जो है data से मार्केटिंग करें। यदि आप डाटा से मार्केटिंग करना सीख जाए तो फिर आपको कोई नहीं रोक सकता है और साथ में आप स्कॉलरशिप एग्जाम करवा सकते हैं, ऑर्गेनिक मार्केटिंग जो करना बिल्कुल ना भूले। लोकल ऑनलाइन इन्फ्लुएंसर से मार्केटिंग करवाए, साथ में ही लोकल न्यूज़ में भी खुद के स्कूल को फीचर करे। 

तो यह कुछ खास तरीके स्कूल की मार्केटिंग करने के है। आपको यह पोस्ट कैसा लगा हमें कमेंट करके बताए साथ में ही यदि अभी भी आपके मन में कोई सवाल या सुझवा है तो उस कमेंट करके सभी के साथ साझा करें। धन्यवाद!

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